मध्यप्रदेश नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने फिर किया महापौर पुष्यमित्र भार्गव और नगर निगम पर प्रहार
उमंग सिंघार ने लिखा- इंदौर नगर निगम अब भ्रष्टाचार की गंदगी में भी अव्वल हो रहा है
इतनी महंगाई में सम्पत्तिकर बढ़ाने का कोई औचित्य नहीं- उमंग सिंघार
इंदौर नगर निगम के घोटालों की चर्चा अब दूर-दूर तक होने लगी है। हर दिन कोई नया राज उजागर हो रहा है। एक भाजपा नेता के कहे अनुसार तो यह घोटाला करीब 1000 करोड़ रुपए से ज्यादा का हो सकता है। वहीं, कांग्रेसी नेता ने तो यह तक कह दिया था कि इंदौर नगर निगम में पिछले 20 साल में 2000 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है। इसी मुद्दे पर मध्यप्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने नगर निगम घोटाले को लेकर इंदौर के महापौर पर एक बार फिर जमकर हमला बोला।
उमंग सिंघार ने अपने सोशल मीडिया X पर लिखा कि- इंदौर नगर निगम अब भ्रष्टाचार की गंदगी में भी अव्वल हो रहा है। बिना काम किए करोड़ों का भुगतान हो गया और महापौर पुष्यमित्र भार्गव को हवा भी नहीं लगी। इंदौर नगर निगम के इस घोटाले के मास्टर माइंड अभय राठौर को भोपाल के एक आका से संरक्षण मिलता रहा। इस सीनियर आईएएस ने लूप लाइन से बिजली शाखा प्रभारी की भी पोस्टिंग कराई। अब इंदौर को दीमक की तरह चाटने वाले ये आका कौन है! ये जानना सीएम साहेब का काम है। साथ ही इंदौर नगर निगम ने सम्पत्तिकर बढ़ाकर इंदौर के लोगों को परेशान करने का एक और बहाना ढूंढ लिया। इतनी महंगाई में सम्पत्तिकर बढ़ाने का कोई औचित्य नहीं था। फिर भी उन्होंने लोगों पर ये बोझ लाद दिया। इंदौर नगर निगम के महापौर से नगर निगम नहीं संभल रहा है, ये सत्ता के नशे में चूर कुतर्क करने वाले व्यक्ति हैं, जिन्हें महंगाई से परेशान जनता की मजबूरी समझ नहीं आ रही।
गौरतलब है कि नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के बयान पर पहले भी सियासी घमासान मच चुका है। पिछले महीने उमंग सिंघार ने इंदौर की स्वच्छता को लेकर कहा था कि सबसे ज्यादा नंबर तो आप ले आते हैं, वह कैसे आते हैं आपको पता है। इसे लेकर भाजपा ने उन्हें घेरा और इंदौर की जनता और सफाईकर्मियों से सार्वजनिक माफी मांगने की बात कही थी।