कांग्रेस से भाजपा में आए विधायकों को मिल सकती है मंत्रिमंडल में जगह
लोकसभा चुनाव परिणाम के आधार पर प्रदेश के कई मंत्रियों की हो सकती है छुट्टी
जन प्रकाशन इंदौर। लोकसभा चुनाव का माहौल पूरे देश में इस वक्त चरम पर है। मध्य प्रदेश में भी इस बार चुनावी माहौल काफी आक्रामक रहा। प्रदेश के बड़े नेताओं के साथ ही देश के कई बड़े नेताओं की नजर भी मध्यप्रदेश पर रही। जहां भाजपा की कोशिश है कि वे मध्य प्रदेश की सभी 29 सीटें जीत जाएं। वहीं, कांग्रेस ने प्रयास किया है कि मध्यप्रदेश में कुछ सीटें अपनी झोली में डाल सकें। मध्यप्रदेश का वोटिंग परसेंटेज इस बार पिछली बार की अपेक्षा कम रहा। इसको लेकर केंद्र में भी नाराजगी है। देखा जा रहा है कि मध्यप्रदेश में चुनाव खत्म होते ही प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और भी एक्टिव हो गए हैं। सूत्रों से पता लगा है कि लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद मध्यप्रदेश के मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है।
नए विधायकों को भी मिल सकता है मौका
मंत्रिमंडल विस्तार के अंतर्गत कुछ नए विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है। वहीं, कुछ मंत्रियों की छुट्टी भी हो सकती है। मध्यप्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा में मौजूद डॉ मोहन यादव सरकार में मंत्रियों की संख्या 30 है। ऐसे में मंत्रिमंडल में अभी कुछ स्थान रिक्त है और इन स्थानों पर लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद नए मंत्रियों को जगह दी जाएगी। दल-बदल के तहत कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए विधायकों को भी मंत्री बनाया जा सकता है। वहीं, खराब परफॉर्मेंस वाले मंत्रियों की छुट्टी भी हो सकती है।
अमित शाह का असर, दिखेगा मध्यप्रदेश पर
मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव के परिणाम का असर मुख्यमंत्री की कैबिनेट पर पड़ेगा। बता दें कि लोकसभा चुनाव के पहले दो चरणों में कम वोटिंग के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भोपाल आए थे और उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा था कि ऐसे मंत्री और विधायक जो चुनाव में कम सक्रिय है, उन पर पार्टी चुनाव के बाद निर्णय लेगी। इसके साथ गृहमंत्री अमित शाह ने चेतावनी देते हुए कहा कि जिन मंत्रियों की विधानसभा में कम वोटिंग होगी, उनकी मंत्री पद से छुट्टी कर दी जाएगी। इसकी जगह उन विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा जिनके इलाके में अच्छी वोटिंग हुई है।
इस बार कम रहा मध्यप्रदेश में मतदान
मध्य प्रदेश की 29 सीटों पर वर्ष 2019 की तुलना में इस बार 4.25% कम मतदान हुआ है। इसी कारण प्रदेश के 9 मंत्रियों का मंत्री पद कथित तौर पर खतरे में दिख रहा है। जबकि दो उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल और जगदीश देवड़ा सहित 19 मंत्री सेफ दिख रहे हैं। हालांकि पार्टी की ओर से आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है। अमित शाह के बयान के आधार पर ही इस तरह की चर्चाएं हैं।