पिछले 6 सालों में चीन को इंपोर्ट में लगभग 45 फीसदी की वृद्धि हुई है
अब यूएस नहीं भारत का सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है पड़ोसी चीन
वित्त वर्ष 2024 में चीन के साथ भारत का 118.4 बिलियन डॉलर का व्यापार हुआ
इस साल की व्यापारिक स्थिति बताती है कि चीन और भारत के बीच व्यापारिक संबंध मजबूत हुए हैं। ताजा रिपोर्ट में पता चला है कि वित्त वर्ष 2023-24 में चीन, भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार रहा। इससे पहले 2 साल तक वित्त वर्ष 22 और वित्त वर्ष 23 में यह दर्जा अमेरिका को मिला हुआ था। यानी अब हमारा पड़ोसी देश हमारा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार बन गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 24 में चीन से 100 बिलियन डॉलर से ज्यादा का इंपोर्ट हुआ है। भारतीय करेंसी के हिसाब से 8 लाख 25 हजार करोड़ रुपए होते हैं। कुल मिलाकर वित्त वर्ष 2024 में चीन के साथ भारत का 118.4 बिलियन डॉलर का व्यापार हुआ।
कई प्रोडक्ट्स के लिए चीन पर निर्भरता
भारत कुछ जरूरी प्रोडक्ट्स जैसे टेलीकॉम-स्मार्टफोन के पार्ट्स, फार्मा और एडवांस्ड टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट्स के लिए चीन पर निर्भर है। GTRI के आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 24 में भारत में 4.2 बिलियन डॉलर के टेलीफोन स्मार्टफोन पार्ट्स चीन से इंपोर्ट किए। चीन से लैपटॉप और PC का आयात कुल 3.8 बिलियन डॉलर का था। इसके अलावा इलेक्ट्रिकल व्हीकल सेक्टर में भी भारत की चीन पर काफी निर्भरता है। वित्त वर्ष 2024 में चीन से इंपोर्ट की गई लिथियम-आयन बैटरियों का मूल्य 2.2 बिलियन डॉलर था। रिपोर्ट में पता चला है कि पिछले 6 सालों में चीन को इंपोर्ट में लगभग 45 फीसदी की वृद्धि हुई है।