ममता सरकार ने कहा- कोई बंद नहीं है और जो सरकारी कर्मचारी ऑफिस नहीं पहुंचेंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बोले- बंगाल में ममता बनर्जी ने निर्ममता और तानाशाही की सारी हदें पार कर दी हैं
कोलकाता। भारतीय जनता पार्टी ने आज सुबह छह बजे से पश्चिम बंगाल में 12 घंटे के बंद की घोषणा की है। मंगलवार को राज्य सचिवालय तक मार्च करने वाले छात्रों पर पुलिस की बर्बर कार्रवाई के विरोध में यह बंद किया जा रहा है। इस मुद्दे पर ममता सरकार ने कहा है कि कोई बंद नहीं है और जो सरकारी कर्मचारी ऑफिस नहीं पहुंचेंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। राज्य सचिवालय ‘नबान्न’ तक प्रदर्शनकारियों के पहुंचने के प्रयासों के दौरान मंगलवार दोपहर कई स्थानों पर पुलिस के साथ उनकी झड़पें हुईं तथा कोलकाता और हावड़ा की सड़कों पर बड़े पैमाने पर हिंसा हुई। लगभग चार घंटे तक हिंसा हुई, जिसमें दोनों पक्षों के कई लोग घायल हुए, जिनमें वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और महिला प्रदर्शनकारी भी शामिल हैं।
तृणमूल कांग्रेस सरकार ने लोगों से भाजपा की सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक की आम हड़ताल का समर्थन नहीं करने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री बनर्जी के मुख्य सलाहकार अलपन बंद्योपाध्याय ने कहा कि “सरकार बुधवार को किसी भी बंद की अनुमति नहीं देगी। हम लोगों से इसमें भाग न लेने का आग्रह करते हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए हर कदम उठाए जाएंगे कि जनजीवन प्रभावित न हो।”
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बंगाल बंद की जानकारी देते हुए कहा कि “बंगाल में ममता बनर्जी ने निर्ममता और तानाशाही की सारी हदें पार कर दी हैं। चाहे भाजपा के कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या हो, संदेशखाली और आरजी कर मेडिकल कॉलेज केस में दोषी को बचाने के लिए सरकार और प्रशासन की मिलीभगत हो, सभी मामलों में बंगाल की मुख्यमंत्री का तानाशाह रवैया देखने को मिला है। ममता ऐसे गुनहगारों को बचाने का प्रयास कर रही हैं, इसमें उनकी क्या मजबूरी है।”