राहुल गांधी लड़ेंगे परिवार की परंपरागत सीट रायबरेली से चुनाव
अमेठी से पहली बार कांग्रेस ने गेर गांधी परिवार के उम्मीदवार को दिया टिकट
भाजपा ने कैसरगंज से बृजभूषण के बेटे करण सिंह को दिया टिकट
उत्तर प्रदेश की हाई प्रोफाइल सीट अमेठी, रायबरेली और कैसरगंज में सभी बड़ी पार्टीयों ने अपने-अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। कांग्रेस पार्टी ने रायबरेली से राहुल गांधी और अमेठी से किशोरी लाल शर्मा को उम्मीदवार घोषित किया है। दोनों ही सीटों पर कांग्रेस की ओर से नामांकन के दौरान रोड शो की मंजूरी ले ली गई है। सात चरण के पांचवें चरण में 20 मई को अमेठी और रायबरेली सीट पर वोटिंग होगी। दोनों सीट परंपरागत रूप से गांधी परिवार के सदस्यों के पास रही है। पहली बार पार्टी ने अमेठी से गैर गांधी परिवार से उम्मीदवार बनाया है। गौरतलब है कि इन तीनों सीट पर नामांकन का आज अंतिम दिन है।
स्मृति है भाजपा की उम्मीदवार
अमेठी से इस बार भी भाजपा ने सांसद स्मृति ईरानी को चुनावी मैदान में उतारा है। जबकि रायबरेली से बीजेपी ने दूसरी बार दिनेश प्रताप सिंह पर भरोसा जताया है। दिनेश 2019 का चुनाव हार गए थे। लोकसभा चुनाव 2019 में अमेठी सीट पर स्मृति ईरानी ने बड़ा उलटफेर किया था और पहली बार जीत हासिल की थी। इस बार कांग्रेस ने गैर गांधी परिवार पर दाव खेला है। कांग्रेस ने किशोरी लाल शर्मा को मैदान में उतार कर चौंका दिया है। शर्मा को सोनिया गांधी का करीबी माना जाता है वह अब तक रायबरेली में सांसद प्रतिनिधि के रूप में जिम्मेदारी संभालते आए हैं। पार्टी ने इस बार राहुल गांधी की सीट बदल दी है। राहुल गांधी को परिवार की दूसरी परंपरागत सीट रायबरेली से टिकट दिया है। सूत्रों का दावा है कि राहुल गांधी के नामांकन प्रक्रिया में कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी शामिल हो सकती है।
बृजभूषण शरण सिंह के बेटे को टिकट
उत्तर प्रदेश की एक और हॉट सीट है कैसरगंज। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी ने गुरुवार को कैसरगंज सीट से प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर दी है। इस सीट से मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह का टिकट काटा गया और उन्हीं के बेटे करण भूषण सिंह को उम्मीदवार भी बना दिया गया। यानी की टिकट कटा जरूर लेकिन रहा घर में ही। गौरतलब है कि बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों ने यौन शोषण का आरोप लगाया है। हालांकि इस मामले में दिल्ली पुलिस अपनी जांच में बीजेपी सांसद को क्लीन चीट दे चुकी है। आरोपों को लेकर अदालत में सुनवाई चल रही है इसलिए भाजपा ने एहतियातन यह कदम उठाया है और बृजभूषण के बेटे को टिकट दिया है ताकि ठाकुर समुदाय की नाराजगी भी न झेलनी पड़े। वहीं, समाजवादी पार्टी ने कैसरगंज सीट से भगतराम मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है। कैसरगंज सीट पर बहुजन समाज पार्टी ने भी ब्राह्मण कार्ड ही चला है। बसपा ने इस सीट से नरेंद्र पांडे को टिकट दिया है जिसके बाद अब सीट पर त्रिकोणीय लड़ाई हो गई है।