आरोपी पति-पत्नी को भी पुलिस ने किया गिरफ्तार
यह घोटाला नगर निगम में लगे 107 करोड़ रूपए के फर्जी बिलों का है
इंदौर शहर के नगर निगम के करोड़ों रुपयों के फर्जी बिल घोटाले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए क्षितिज इंटरप्राइजेस की रेनू वढेरा और उसके पति राहुल वढेरा को भी गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि यह घोटाला नगर निगम के लेखा विभाग में लगे 107 करोड़ रूपए के फर्जी बिलों का है। अभी तक इस मामले में छः गिरफ्तारी चुकी है। अन्य आरोपियों की भी तलाश जारी है।
पुलिस की जांच में यह सामने आया है क़ि अब तक लगभग 24 करोड़ रूपए के फर्जी बिलों का भुगतान हो चुका है। घोटाले में साजिद सिद्दीकी और जाकिर सिद्दीकी को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी। अब इसी मामले मे नगर निगम के कर्मचारी उदय भदौरिया और चेतन भदौरिया को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, फरार चल रहे पति-पत्नी रेनू वडेरा और राहुल वडेरा को भी विजय नगर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया है। घोटाले में शामिल दोनों पति-पत्नी के बयानों पर ही पुलिस को यह जानकारी प्राप्त हुई है कि लगभग 24 करोड़ रुपए के फर्जी बिलों का भुगतान हो चुका है।
डीसीपी पंकज पांडे के अनुसार नगर निगम द्वारा दर्ज कराए गए प्रकरण में निगम के ड्रेनेज विभाग से सम्बंधित काम में फर्जी बिल लगाकर करोड़ों रूपए का भुगतान कर दिया गया था। इसी मामले में अभी तक छः गिरफ्तारी हो चुकी है। इसी मामले में मुख्य षड़यंत्रकारी निगम के अभय राठौर की भी पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है। वहीं, काफी बड़ा घोटाला होने के कारण पुलिस निगम अधिकारियों के सहयोग से उजागर करने में जुटी है। अब तक 48 करोड़ रूपए के बिल लगाए गए थे। इनमें से अब तक 24 करोड़ रूपए के बिलों का भुगतान हो चुका है।
कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सोशल मीडिया पर लिखा कि- इंदौर नगर निगम के बहुचर्चित ड्रेनेज घोटाले की प्राथमिक जांच के तहत जो तथ्य सामने आए है, उसके अनुसार इस घोटाले में सम्मिलित अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दे रहा हूं। इस पर एक उच्चस्तरीय समिति जांच करेगी।