पुलिस ने कंपनी के ही एक कर्मचारी सहित तीन लोगों को हिरासत में लिया
लसुड़िया में वारदात के बाद तीनों आरोपी बाइक से भागे थे, दिनदहाड़े हुई थी घटना
इंदौर। शहर में दिनदहाड़े हुई 35 लाख रुपये की लूट का खुलासा पुलिस ने कर लिया है। खुद को लूट का शिकार बता रहे कर्मचारी के साथी ही आरोपी निकले। कर्मचारी की कॉल डिटेल से पुलिस को लुटेरों का सुराग लगा। पुलिस ने कंपनी के ही एक कर्मचारी सहित तीन लोगों को हिरासत में लिया है। इनसे 26 लाख रुपए बरामद किए गए हैं। मामले में कुल छह आरोपी होना बताए हैं, इनमें से तीन अभी भी फरार है।
जानकारी के अनुसार पुलिस को आरोपी सोनू बोरासी पर शक था। उसकी कॉल डिटेल की पड़ताल की गई तो वह लगातार दो नंबरों पर बात कर रहा था। जिनकी लोकेशन घटना स्थल के आसपास थी। आरोपी सोनू के साथी थे और उसने पहले ही बता रखा था कि वह रुपयों से भरा बैग लेकर आने वाला है। घटना के बाद पुलिस ने दोनो कर्मचारियों के अलग-अलग बयान लिए तो वे भी विरोधाभासी निकले। सोनू चाकू अड़ाने की बात कर रहा था तो दूसरे कर्मचारी ने कहा था कि बदमाशों ने हथियार नहीं दिखाया।
कर्मचारी रुपयों से भरा बैग ठेकेदार के घर पर रखने जा रहे थे, तभी दो बदमाशों ने सोनू से बैग छिन लिया। तीसरा बदमाश बाइक स्टार्ट कर खड़ा था। पुलिस को कर्मचारियों पर भी शंका है, क्योकि बेग की छिनाझपटी के दौरान उन्हें किसी भी तरह की चोट नहीं आई। पड़ताल में एक कर्मचारी की मिली भगत पाई गई।
लसुड़िया में वारदात के बाद तीनों आरोपी बाइक से हीरा नगर तरफ आए। इसके बाद अलग अलग हो गए। सोनू बौरासी ने जब उसने साथी केशव और लक्की के नाम उगले तो पुलिस उनके घर भी पहुंची। पता चला कि दोनों ने अपने घरों पर शहर से बाहर जाना बता रखा था। बाद में कॉल डिटेल और सोनू के बताए अनुसार पुलिस उनका पीछा करते गई। देर रात तक सोनू के दो साथियों केशव और लक्की को हिरासत में ले लिया है।