सपा सांसद रामजीलाल सुमन का विवादित बयान अब कुछ ज्यादा ही तूल पकड़ चुका है। मामला इतना ज्यादा गंभीर हो गया है कि आज सुबह उनके घर के बाहर स्थिति गंभीर हो गई। आज सुमन के घर के बाहर करणी सेना पत्थर और तलवार लेकर पहुंची। उनके घर के बाहर समर्थक जुटने लगे। 30 मिनट के भीतर 30-35 पुलिस के जवानों ने सांसद के घर को घेर लिया। उधर, यहां से 15 किमी दूर कुबेरपुर इंटरचेंज (यमुना एक्सप्रेस-वे) पर करणी सेना के लोग इकट्ठा होने लगे।
पुलिस ने अंदर रहने की दी हिदायत
दरोगा ने सांसद के समर्थकों को हिदायत दी कि आप लोग घर के अंदर रहेंगे। बाहर जो भी होगा, हम संभाल लेंगे। करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओकेंद्र और वीरू गाड़ी की छत पर बैठकर सांसद के घर जा पहुंचे। दो बुलडोजर भी इस काफिले में शामिल थे। इस दौरान पुलिस बेरिकेडिंग को तोड़कर करणी सेना के लोग आगे बढ़ते रहे। सांसद के घर का गेट तोड़ने का प्रयास किया, घर पर पथराव किया, कुर्सियां फेंकीं। रोकने का प्रयास करने वाले पुलिस के 14 जवान घायल हो गए। पुलिस ने लाठीचार्ज कर करणी सेना को खदेड़ दिया। इसके बाद देर रात तक आगरा की सड़कों और गलियों में सर्च ऑपरेशन जारी रहा।
सोशल मीडिया से शुरू हुआ सारा मामला
गौरतलब है कि इस मामले की शुरुआत युवा क्षत्रिय करणी सेना (हरियाणा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओकेंद्र राणा के सोशल मीडिया पर सांसद के घर पर ‘राणा सांगा की जय’ लिखने का ऐलान करने से हुई। आगरा में कुबेरपुर इंटरचेंज पर सुबह 10 बजे से करणी सेना के कार्यकर्ताओं का जुटना शुरू हुआ। करीब 10.30 बजे ओकेंद्र राणा अपने साथियों के साथ कुबेरपुर पहुंचे।
करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पैर टूटा
करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरू सिंह ने X पर लिखा कि राणा सांगा जी के सम्मान में आज आगरा में इतिहास लिखा गया। पुलिस ने लाठीचार्ज किया, मेरा पैर टूट गया है। वहीं, करणी सेना युवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओकेंद्र राणा ने एक वीडियो जारी किया। उन्होंने कहा- सांसद रामजीलाल सुमन ने क्षत्रिय समाज के महापुरुष के खिलाफ ओछी बात कही है। हमारे महापुरुष और पूर्वजों को कोई भी गाली दे जाता है। सांसद के घर की हर ईंट पर राणा सांगा लिखना है। इस बार हम माफ नहीं करेंगे। अगर माफी मांगनी है तो रूपवास में महाराणा सांगा के स्मारक पर नाक रगड़कर माफी मांगनी पड़ेगी। राजपूत और क्षत्रिय समाज एकजुट होकर दिखा दे कि कोई भी हमारे महापुरुषों के लिए कुछ बोलने से पहले सोचे। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने X पर पोस्ट लिखकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा- हमारा उद्देश्य किसी इतिहास पुरुष का अपमान करना नहीं हो सकता। समाजवादी पार्टी मेवाड़ के राजा राणा सांगा की वीरता और राष्ट्रभक्ति पर कोई सवाल नहीं कर रही।
हिंदुओं में किसका DNA है सवाल से शुरू हुआ विवाद
यह सारा मामला तब शुरु हुआ जब सपा सांसद रामजीलाल सुमन ने 21 मार्च को राज्यसभा में कहा- भाजपा वालों का तकिया कलाम हो गया कि मुसलमानों में बाबर का DNA है। फिर हिंदुओं में किसका DNA है? बाबर को कौन लाया? बाबर को भारत में इब्राहीम लोदी को हराने के लिए राणा सांगा लाया था।
मुसलमान बाबर की औलाद हैं तो तुम (हिंदू) गद्दार राणा सांगा की औलाद हो। यह हिंदुस्तान में तय हो जाना चाहिए। बाबर की आलोचना करते हैं, राणा सांगा की नहीं। देश की आजादी की लड़ाई में इन्होंने अंग्रेजों की गुलामी की थी। हिंदुस्तान का मुसलमान बाबर को अपना आदर्श नहीं मानता है। वो मोहम्मद साहब और सूफी परंपरा को आदर्श मानता है।