दिल्ली के पूर्व सीएम अरविन्द केजरीवाल और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की हार
अरविंद केजरीवाल बोले- केजरीवाल की छवि पर दाग लगे हैं और इसी वजह से उन्हें कम वोट मिले
नई दिल्ली। 10 साल दिल्ली पर राज करने के बाद विधानसभा चुनाव में आप को करारी हार का स्वाद चखने को मिला। आप से बड़े नेताओं में सिर्फ आतिशी और गोपाल राय को जीत मिली है। वहीं, अरविन्द केजरीवाल और मनीष सिसोदिया बीजेपी प्रत्याशियों से एक बड़े अंतर के फ़ासले से मात खा गए है। नए-नए नेता बने अवध ओझा को भी रविंद्र सिंह नेगी ने 28 हज़ार वोटों से हरा दिया है। केजरीवाल की हार के बाद भगवंत मान और आप के कई नेता केजरीवाल के निवास पर पहुंचे है।
काउंटिंग के बाद दिल्ली की कई सीटों पर बीजेपी की जीत तय हो गई है। शालीमार बाग से रेखा गुप्ता, त्रिनगर से तिलक राम गुप्ता, मोती नगर से हरीश खुराना, राजौरी गार्डेन से मनजिंदर सिंह सिरसा, राजेंद्र नगर से उमंग बजाज, छतरपुर से करतार सिंह तंवर, संगम विहार से चंदन कुमार चौधरी, ग्रेटर कैलाश से शिखा राय, पटपड़गंज से रविंद्र सिंह नेगी, लक्ष्मी नगर से अभय वर्मा, गांधी नगर से अरविंदर सिंह लवली की जीत चुके हैं। राजनाथ सिंह और अमित शाह ने बीजेपी की जीत पर सोशल मीडिया के माध्यम से ख़ुशी प्रकट की है और जनता को धन्यवाद दिया है।
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा कि मैं लंबे समय से कह रहा हूं कि चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार का चरित्र अच्छा होना चाहिए और उसके पास अच्छे विचार हों और उसकी छवि बेदाग हो, लेकिन आप ऐसा नहीं कर सकी। वे शराब और पैसे के फंदे में फंस गए। उनकी (अरविंद केजरीवाल) छवि पर दाग लगे हैं और इसी वजह से उन्हें कम वोट मिले। लोगों ने देखा कि जो अरविंद केजरीवाल चरित्र की बात करते थे, उन पर शराब घोटाले के आरोप लगे। राजनीति में आरोप लगते हैं। लोगों को साबित करना होता है कि वे बेदाग हैं और सच्चाई हमेशा सच्चाई रहती है। मैंने पहले ही तय किया था कि मैं राजनीति में नहीं आऊंगा और मैं अभी भी उस पर कायम हूं।