फोर्ब्स ने दुनिया के 10 सबसे शक्तिशाली देशों की सूची जारी की है, इस लिस्ट में भारत नहीं है। फोर्ब्स के 2025 की इस नई लिस्ट में टॉप 10 में पहले नंबर पर अमेरिका का नाम है, दूसरे नंबर पर चीन तो तीसरे नंबर पर रूस का नाम है। फोर्ब्स की इस लिस्ट से भारत को टॉप 10 से बाहर रखने पर कई गंभीर सवाल भी खड़े हो रहे हैं। विशेषज्ञों का तर्क है कि भारत जैसे सबसे बड़ी आबादी, चौथी सबसे बड़ी सैन्य शक्ति और पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश को बाहर रखना समझ से परे है। लेकिन फोर्ब्स ने कहा है कि वह रैंकिंग जारी करते समय कई तरह के पैरामीटर पर जांचता है परखता है और फिर लिस्ट जारी की जाती है।
फोर्ब्स ने बताया कि पावर सब-रैंकिंग पांच खास विशेषताओं से ‘इक्वली वेटेज एवरेज ऑफ स्कोर’ पर आधारि होता है जो किसी देश की शक्ति को दर्शाती हैं। इसके लिए फोर्ब्स लिस्ट में जिन देशों को शामिल करता है, उसे इन प्वाइंट्स पर परखता है, जो हैं-एक नेता, आर्थिक प्रभाव, राजनीतिक प्रभाव, मजबूत अंतर्राष्ट्रीय गठबंधन और एक मजबूत सेना। फरवरी, 2025 तक भारत सबसे शक्तिशाली देशों की सूची में 12वें स्थान पर है
फोर्ब्स की इस लिस्ट के मॉडल को BAV ग्रुप ने तैयार किया है, जो कि एक ग्लोबल मॉर्केटिंग कम्यूनिकेशन कंपनी WPP की एक यूनिट है। इस रैंकिंग को निकालने वाली रिसर्च टीम का नेतृत्व पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के व्हार्टन स्कूल के प्रोफेसर डेविड रीबस्टीन ने किया है और इस तरह कई मानकों पर परखकर ये लिस्ट तैयार की गई है।