कॉलेज शिफ्ट करते हुए कई सारे विद्यार्थियों को फीस वापस लेने के लिए काफी परेशान होना पड़ता है लेकिन अब से यह परेशानी आसानी से हल हो जाएगी। अब यदि किसी को फीस नहीं मिल रही है तो उसे यूजीसी के ई -समाधान पोर्टल पर शिकायत दर्ज करनी होगी और आसानी से फीस वापस मिल
जाएगी। यह पोर्टल अभी तक हजारों स्टूडेंट्स को उनकी फीस वापस दिलवा चुका है।
चार हजार बच्चों की शिकायत हुई दूर
पिछले पांच वर्षों में युजीसी के पास 4257 शिकायत आई है जिसमें अलग-अलग यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों को फीस वापस नहीं मिली है। युजीसी के सख्त नियमों के चलते ही 97 प्रतिशत छात्रों को उनकी फीस वापस मिल गई है और बचे हुए केसेस हैं उन पर कार्रवाई की जा रही है।
रुकेगी प्राइवेट कॉलेज की मनमानी
गौरतलब है कि CUET एग्जाम के रिजल्ट आने से पहले प्राइवेट यूनिवर्सिटी बच्चों को प्रवेश दे देती है लेकिन रिजल्ट आने के बाद विद्यार्थी जब कॉलेज बदलना चाहते हैं तो वह फीस वापस करने में आनाकानी करते हैं, जिससे बच्चें और माता-पिता काफी परेशान हो जाते हैं। युजीसी पोर्टल पर फीस की शिकायत के अलावा एडमिशन प्रोसेस में अनियमितता, एडमिशन पॉलिसी, प्रॉस्पेक्ट में गलत जानकारी देना, ज्यादा फीस मांगना, रिजर्वेशन पॉलिसी का उल्लंघन, स्कॉलरशिप-फेलोशिप का पेमेंट का करना, एग्जाम से जुड़ी शिकायत और अन्य किसी परेशानियों की शिकायत भी की जा सकती है।
स्टूडेंट्स को लौटाई गई है करोड़ों रुपए की फीस
युजीसी सेल निवारण चाहता है कि हर स्टूडेंट्स को उसके पसंद का कॉलेज मिल सकें और यदि इसमें कोई भी अड़चन आती है तो हम उसका हल करेंगे। युजीसी के पास अभी तक 211 प्राइवेट कॉलेज की 1475 शिकायत आ चुकी है। स्टूडेंट्स को 10.12 करोड़ रुपए फीस वापस मिल चुकी है। 177 स्टेट यूनिवर्सिटी के खिलाफ 1211 शिकायत आई और 4 करोड़ से ज्यादा स्टूडेंट्स को उनके पैसे वापस मिले। 37 केंद्रीय विवि के खिलाफ 799 शिकायत आई जिसमें एक करोड़ से ज्यादा फीस वापस दिलवाई गई।