उज्जैन, नप्र। महाकाल मंदिर में नंदी हॉल के माध्यम से श्रद्धालुओं को रुपये लेकर दर्शन कराने का मामला सामने आया है। ये लोग गुजरात और उत्तर प्रदेश के निवासी हैं।
कलेक्टर नीरजकुमार सिंह आज सुबह महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे, जहां उन्होंने नंदी हॉल में कुछ लोगों को देखा। जब उन्होंने पूछताछ की, तो पता चला कि उन्हें एक पंडित ने दर्शन कराने के लिए लाया था और प्रत्येक श्रद्धालु ने 1100 रुपये दिए थे। नंदी हॉल में गलत तरीके से प्रवेश करने के कारण कलेक्टर ने एडीएम अनुकूल जैन को मामले की जांच के आदेश दिए। जब कलेक्टर ने गुरुवार सुबह मंदिर का दौरा किया, तो उन्होंने नंदी हॉल में बैठे आधा दर्जन से अधिक श्रद्धालुओं से बात की। जानकारी मिली कि एक युवक, जो पुरोहित के लिए काम करता है, ने प्रत्येक व्यक्ति से 1100 रुपये लेकर नंदी हॉल में दर्शन कराने का दावा किया था। मामला स्पष्ट होने के बाद कलेक्टर ने महाकाल थाना पुलिस को उचित कार्रवाई के निर्देश दिए।
मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर नीरज सिंह ने बताया कि निरीक्षण के दौरान लगभग 10 श्रद्धालु नंदी हॉल में दर्शन कर रहे थे। जब उनसे पूछताछ की गई, तो ज्ञात हुआ कि पुरोहित ने उनसे प्रति व्यक्ति 1100 रुपये लिए थे। इसके बाद सभी लोगों को थाने भेजा गया।
एडीएम अनुकूल जैन ने बताया कि निरीक्षण के दौरान कुछ लोग अनधिकृत रूप से नंदी हॉल में दर्शन करते पाए गए हैं। इस मामले में महाकाल थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है और पूरी जांच की जाएगी, जिसका प्रतिवेदन कलेक्टर को सौंपा जाएगा।
पुरोहित के खिलाफ मामला दर्ज
कलेक्टर के निर्देश पर प्रशासक और सहायक प्रशासक ने पुरोहित राजेश भट्ट के खिलाफ महाकाल थाने में मामला दर्ज कराया है। प्रशासक ने कहा कि पुरोहित को तत्काल उनके पद से हटा दिया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मंदिर में नियमों के खिलाफ कोई भी पाया गया, तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।