देश में अप्रैल 2018 से लेकर सितंबर 2024 तक 40 हजार से ज्यादा कंपनियां हुई है दिवालिया
नई दिल्ली। किसी की एक छोटी सी चाय की दुकान भी बंद होती है तो यह उस व्यक्ति और उसके परिवार के लिए चिंता का विषय बन जाता है। हमारे देश के लिए ऐसी ही चिंता की खबर कॉर्पोरेट मंत्रालय की रिपोर्ट से सामने आई है। कॉर्पोरेट मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, भारत में अप्रैल 2018 से लेकर सितंबर 2024 तक कुल 40,943 कंपनियां दिवालिया हो चुकी है। दिवालिया हो रही कंपनियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी होना पूरे देश के लिए चिंता का विषय है।
जानकारी के अनुसार, बीजेपी सांसद के सवाल का जवाब देते हुए कॉर्पोरेट मंत्रालय ने इस अवधि के दौरान कितनी कंपनियां दिवालिया घोषित हुई इसकी जानकारी शेयर की। मंत्रालय की ओर से दिए गए आंकड़ों के मुताबिक इस छह साल की अवधि में दिवालिया होने वाली कंपनियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखी गई है।
इस साल के पहले छह महीनों में ही 2,336 कंपनियां दिवालिया घोषित हो चुकी हैं
कॉर्पोरेट मंत्रालय के मुताबिक अप्रैल 2018 से लेकर मार्च 2019 तक 9,243 कंपनियां दिवालिया हो गई। इसके बाद अप्रैल 2019 से मार्च 2020 तक ये आंकड़ा बढ़कर 12,373 कंपनियों तक पहुंच गया। कोरोना महामारी के दौरान अप्रैल 2020 से मार्च 2021 के बीच 3,392 कंपनियां दिवालिया हुई जबकि अप्रैल 2021 से मार्च 2022 तक 4,855 कंपनियां दिवालिया हो गई। अप्रैल 2022 से लेकर मार्च 2023 तक 4,730 कंपनियों ने दिवालिया होने की प्रक्रिया पूरी की और अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक यह संख्या 4,014 रही। इस साल के पहले छह महीनों में अप्रैल 2024 से सितंबर 2024 तक 2,336 कंपनियां दिवालिया घोषित हो चुकी हैं।
3,396 कंपनियों से करीब 3,74,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम वसूली जा चुकी है
जानकारी के अनुसार दिवालिया कंपनियों के खिलाफ की गई कार्रवाई से संबंधित एक और महत्वपूर्ण आंकड़ा सामने आया है। कॉर्पोरेट मंत्रालय के अनुसार इस दौरान कुल 3,396 कंपनियों से करीब 3,74,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम वसूली जा चुकी है। ये आंकड़े यह दर्शाते हैं कि सरकार ने दिवालिया कंपनियों से पैसे वसूलने के लिए अलग-अलग रणनीतियों और तरीकों का उपयोग किया है ताकि यह प्रक्रिया प्रभावी रूप से चल सके और अधिक से अधिक वित्तीय वसूली की जा सके।