एफआईआर न लिखे जाने से थे नाराज भाजपा विधायक बृजबिहारी पटेरिया, पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए थाने में धरने पर बैठ गए थे
कल इस्तीफे में लिखा था- पीड़ित पक्ष की सुनवाई नहीं हो रही है, उसे न्याय नहीं मिल पा रहा है, इसलिए आहत हूं। इसलिए विधायकी से इस्तीफा दे रहा हूं
आज इस्तीफा वापस लेकर कहा- गुस्से में लिया गया कदम था। एफआईआर दर्ज हो गई है, अब इस्तीफे का कोई विषय नहीं है। संगठन और सरकार मेरे साथ है
सागर। मध्य प्रदेश में भाजपा विधायक की पुलिस अधिकारियों द्वारा सुनवाई न करने से परेशान होकर इस्तीफा देने का मामला सामने आया है। सागर के देवरी से भाजपा के विधायक बृजबिहारी पटेरिया गुरुवार शाम को किसी पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए थाने में धरने पर बैठ गए थे। जब पुलिस अधिकारियों ने उनकी नहीं सुनी तो तैश में आकर उन्होंने लेटर हेड मंगवाया और वहीं से अपना इस्तीफा लिखकर विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिया था। हालांकि आज उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है।
इसलिए नाराज हुए थे भाजपा के विधायक
भाजपा विधायक पटैरिया ने बताया कि सर्पदंश से व्यक्ति की मौत हो गई थी। जिसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट बनाने के लिए डॉक्टर ने मृतक के परिजन से पैसों की मांग की। पैसे नहीं दिए तो डॉक्टर ने रिपोर्ट में सर्पदंश नहीं लिखा। एसपी, एसडीओपी, टीआई से बात कर मामले की जानकारी दी। एफआईआर कर मामले की जांच कराने के लिए कहा, लेकिन एफआईआर नहीं हुई। थाने आया तो वह कई नियम बता रहे हैं।
ये है थाने की कहानी
भाजपा विधायक बृजबिहारी पटेरिया के विधानसभा क्षेत्र में गौरझामर और केसली थाना आते हैं। केसली थाना क्षेत्र में वे किसी पीड़ित की तरफ से एफआईआर कराना चाह रहे थे। सूत्र बताते हैं कि पहले उन्होंने फोन पर भी केसली थाना प्रभारी से बात की थी। बावजूद इसके जब पीड़ित की सुनवाई नहीं हुई तो वे खुद उसके साथ थाने पहुंच गए। यहां पर उनके कहने के बाद भी पुलिस अधिकारियों और अमले ने एफआईआर नहीं लिखी तो उनका पारा चढ़ गया। वे थाने से बाहर निकले और सीढ़ियों पर धरने पर बैठ गए। करीब घंटे भर बाद भी जब पुलिस ने सुनवाई नहीं की तो उन्होंने गाड़ी से लेटर हैड बुलाया और पेन से उस पर इस्तीफा की इबारत लिखकर विधानसभा अध्यक्ष को भिजवा दिया। पटेरिया के नजदीकी लोगों के अनुसार उन्हों विधानसभा अध्यक्ष को व्हाट्सएप पर भी यह भेजा है।
चार से पांच लाइन के इस्तीफे में विधायक में क्या लिखा था
विधायक बृजबिहारी पटेरिया ने अपने लेटर हेड पर हाथ से इस्तीफा लिखा है। सोशल मीडिया पर यह तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें उन्होंने लिखा है कि पीड़ित पक्ष के साथ केसली थाने आया था। पीड़ित पक्ष की सुनवाई नहीं हो रही है, उसे न्याय नहीं मिल पा रहा है, इसलिए आहत हूं, व्यथित हूं। इसलिए विधायकी से इस्तीफा दे रहा हूं।
डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद विधायक ने वापस लिया अपना इस्तीफा
देवरी से बीजेपी विधायक बृजबिहारी पटेरिया ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। विधायक एक डॉक्टर के खिलाफ रिश्वत मांगने को लेकर थाने में एफआईआर दर्ज कराने गए थे, लेकिन शिकायत न लिखे जाने पर उन्होंने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिया और धरने पर बैठ गए। देर रात तक चले धरने के बाद डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया, जिसके बाद विधायक ने अपना इस्तीफा वापस लिया।
गौरतलब है कि बृजविहारी पटैरिया इससे पहले भी देवरी के विधायक रह चुके हैं। पहले वे कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने थे। पिछले विधानसभा चुनाव के कुछ महीने पहले ही वे भाजपा में आए थे और जीत हासिल कर यहां से वे पुनः विधायक बन गए।
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