कलकत्ता। वक्फ कानून के विरोध में पश्चिम बंगाल में जारी प्रदर्शन हिंसा का रूप अपनाता जा रहा है। हिंसात्मक प्रदर्शन को देखते हुए अब कोलकाता हाईकोर्ट ने पश्चिम बंगाल के हिंसाग्रस्त इलाकों में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती के आदेश दिए हैं। पश्चिम बंगाल की विधानसभा में नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी की याचिका पर कोर्ट ने आदेश जारी किया है। इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि दंगा भड़काने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि वक्फ कानून के विरोध में राज्य में 10 अप्रैल से हिंसा जारी है।
मुर्शिदाबाद जिले में शनिवार को एक बार फिरसे हिंसा भड़की। हिंसक भीड़ ने पीट-पीटकर पिता-पुत्र की हत्या कर दी। 11 अप्रैल को भी धुलियान में हिंसा भड़की थी। यहां एक व्यक्ति घायल हो गया था, जिसकी अस्पताल में मौत हो गई। मुर्शिदाबाद हिंसा में अब तक 3 लोगों की मौत की ख़बर आई है। मालूम हो कि मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के विरोध में बीते एक सप्ताह में दो बार हिंसा भड़क चुकी है। जिसको लेकर भाजपा ने ममता बनर्जी पर निशाना साधा है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा- “सभी धर्मों के लोगों से मेरी विनम्र अपील है कि कृपया शांत रहें, संयमित रहें। धर्म के नाम पर किसी भी अधार्मिक गतिविधि में शामिल न हों। हर इंसान की जान कीमती है; राजनीति के लिए दंगे न भड़काएं। जो लोग दंगे भड़का रहे हैं, वे समाज को नुकसान पहुंचा रहे हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “याद रखें, हमने वह कानून नहीं बनाया, जिस पर बहुत से लोग भड़के हुए हैं। यह कानून केंद्र सरकार ने बनाया है। इसलिए आप जो जवाब चाहते हैं, वह केंद्र सरकार से मांगना चाहिए।” उन्होंने पूछा, “हमने इस मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है हम इस कानून का समर्थन नहीं करते। यह कानून हमारे राज्य में लागू नहीं होगा। तो दंगा किसलिए।” उन्होंने कहा, “हम किसी भी हिंसक गतिविधि का समर्थन नहीं करते. कुछ राजनीतिक दल राजनीतिक लाभ के लिए धर्म का दुरुपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं। उनके बहकावे में न आएं। मुझे लगता है कि धर्म का मतलब मानवता, सद्भावना, सभ्यता और सद्भाव है। मैं सभी से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील करती हूं।”