मऊगंज जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम गड़रा में पुलिस की टीम पर पर हमला और एएसआई की हत्या के मामले में पुलिस ने अब तक दो एफआईआर दर्ज की हैं। जानकारी के अनुसार, पुलिस ने लगभग डेढ़ सौ लोगों पर मारपीट, हत्या, हत्या के प्रयास, बलवा, सरकारी काम में बाधा व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। दोनों मामलों में अब तक 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि मऊगंज हिंसा में पुलिस को कई अहम सबूत और साक्ष्य मिले हैं। इस मामले में अब तक पुलिस सैंकड़ों लोगों से पूछताछ कर चुकी है।
कथित पत्रकार सहित दो अन्य लोग गिरफ्तार
हमले के लिए उकसाने के आरोप पर और आरोपियों से मिले इनपुट के आधार पर पुलिस ने कथित पत्रकार मो. रफीक सहित दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है। कथित पत्रकार के मोबाइल में मिले वीडियो के आधार पर पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। गांव में धारा 163 लगी हुई है और पुलिस का पहरा बना हुआ है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटना से जुड़े आरोपितों की तलाश जारी है। जल्द ही सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
हिंसा की घटना के बाद मंगलवार को रीवा और मऊगंज बंद का ऐलान
हिंसा की घटना के बाद मंगलवार को रीवा और मऊगंज बंद का ऐलान किया गया है। अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज संगठन सहित विभिन्न संगठनों ने घटना का विरोध किया। इतना ही नहीं लोगों ने जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग भी की है। उचित कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
यह है मऊगंज जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र का मामला
मऊगंज जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत पुरानी रंजिश को लेकर एक युवक को बंधक बनाकर उसके साथ मारपीट की घटना सामने आई थी। शनिवार की शाम सूचना पर पहुंची पुलिस पर भी ग्रामीणों ने हमला कर दिया था। हमले में एएसआई की मौत से क्षेत्र में तनाव फैल गया था। सोमवार को अलग-अलग दो एफआईआर में तकरीबन डेढ़ सौ लोगों के विरुद्ध मामला पंजीकृत कर 20 लोगों को हिरासत में लिया गया है।