अब भारत दुश्मन के ड्रोन, मिसाइल को लेजर से चंद सेकंड में गिरा सकेगा और ऐसी क्षमता वाला यह चौथा देश होगा। रविवार को हाई-पावर लेजर हथियार से फिक्स्ड-विंग, मिसाइल और स्वार्म ड्रोन को गिराने की क्षमता का प्रदर्शन किया गया। यह क्रांतिकारी तकनीक है, जिसमें 30 किलोवॉट के एमके-II (ए) हथियार को आर्मी ट्रक पर लगाकर उड़ते ड्रोन पर लेजर बीम के जरिए निशाना लगाया गया। चंद सेकंड्स में लेजर बीम ने ड्रोन के सर्विलांस सेंसर और एंटिना को नष्ट कर गिरा दिया।
इजराइल से पहले किया सफल परीक्षण
डीआरडीओ चेयरमैन समीर वी. कामत ने बताया कि ड्रोन युद्ध में यह अत्याधुनिक सिस्टम हमारे सशस्त्र बलों के लिए क्रांतिकारी साबित होगा। यह एमके-II (ए) का जमीन से हवा में निशाना लगाने वाला संस्करण है। अभी अमेरिका, रूस और चीन के पास ही ऐसी उच्च शक्ति वाली लेजर डायरेक्टेड एनर्जी वेपन प्रणाली है। इजरायल इसे विकसित कर रहा है। जबकि हम सफल परीक्षण कर चुके हैं। इस हिसाब से इस प्रणाली वाले हम चौथे देश हुए।
एमके-II (ए) सिस्टम्स की खासियत
एमके-II (ए) रडार या इनबिल्ट इलेक्ट्रो ऑप्टिक सिस्टम द्वारा लक्ष्य को पहचानकर उसे प्रकाश की गति (3 लाख किमी/सेकंड) से भेद सकता है। इसकी लागत कुछ सेकंड के लिए फायर करने में खर्च होने वाले पेट्रोल के कुछ लीटर के बराबर होती है। फिलहाल इस पर हाई एनर्जी माइक्रोवेव, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पल्स जैसी हाई एनर्जी प्रणालियों पर काम किया जा रहा है। ये तकनीकें इसे स्टार्स वार्स जैसी क्षमता प्रदान करेंगी, जिन्हें अगले 6 महीने या एक साल में देखेंगे।