विद्यार्थियों का आरोप- हम पर एकतरफा कार्रवाई की गई
शुक्रवार को सुबह साढ़े 10 बजे से रात साढ़े 8 बजे तक चला धरना
इंदौर। शहर के शासकीय एग्रीकल्चर कॉलेज के विद्यार्थियों ने आज रैगिंग के मामले में 13 सीनियर विद्यार्थियों पर की गई कार्रवाई के खिलाफ कॉलेज परिसर में धरना प्रदर्शन किया। विद्यार्थियों का कहना हैं कि उन पर लगाए गए रैगिंग के आरोप पूरी तरह से गलत हैं। शिकायत के बाद कॉलेज के 13 छात्रों पर एंटी रैगिंग कमेटी ने कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें होस्टल से निकालने सहित कोर्स के दौरान खेल-कूद, सांस्कृतिक व अन्य गतिविधियों से वंचित कर दिया है। चेतावनी दी गई कि अगर भविष्य में वे रैगिंग लेते हैं तो उनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई की जाएगी।
कार्रवाई के बाद शुक्रवार को छात्रों ने कहा कि बगैर सबूत सिर्फ शिकायत के आधार पर एकतरफा कार्रवाई की गई है। हंगामे के कारण कॉलेज में कोई भी क्लास नहीं लग सकी। बीएससी सेकंड ईयर से लेकर एमएससी तक के कई स्टूडेंट समर्थन में उतर आए। छात्रों का दावा है कि उन्होंने किसी जूनियर की रैगिंग नहीं ली। सुबह साढ़े 10 बजे शुरू हुआ धरना रात साढ़े 8 बजे तक चला। देर शाम पुलिस ने कॉलेज पहुंचकर छात्रों को शांत कराया।
छात्र राहुल डांगी कहना है कि वे केवल फर्स्ट ईयर के छात्रों से बातचीत कर रहे थे और यह शिकायत किसी अन्य छात्र द्वारा की गई थी। छात्रों का आरोप है कि केवल शिकायत के आधार पर 13 विद्यार्थियों पर कार्रवाई करना गलत है।
एग्रीकल्चर कॉलेज के डीन डॉ भरत सिंह ने इस पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में स्थित एंटी रैगिंग कमेटी को एक छात्र द्वारा इस मामले की शिकायत की गई थी। इसके बाद कमेटी के निर्देश पर कॉलेज ने मामले की जांच शुरू की और सीसीटीवी फुटेज तथा विद्यार्थियों के बयान के आधार पर रिपोर्ट तैयार की। डॉ सिंह ने कहा कि नियमों के अनुसार ही 13 सीनियर विद्यार्थियों पर कार्रवाई की गई है।