AITWA ने केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप करने और ड्राइवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की
AITWA ने कहा- ऐसी हिंसक घटनाएं और अनुचित व्यवहार ड्राइवर के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाती है
कहने को तो मध्य प्रदेश में आरटीओ चेक पोस्ट बंद कर दिए गए हैं लेकिन ग्राउंड पर कुछ और ही नजारा दिखाई देता है। हर दो चार दिनों किसी चेक पोस्ट पर अवैध वसूली तो किसी चेक पोस्ट पर बदसलूकी और मारपीट की खबर आ जाती है। अब खबर आई है कि 17 जनवरी को सुबह करीब 6 बजे पुणे से नेपाल जा रहा एक ट्रक मध्य प्रदेश के हनुमना चेक पोस्ट से गुजर रहा था। इसी दौरान आरटीओ कर्मचारियों ने ट्रक को रोक लिया और अवैध प्रवेश शुल्क की मांग की। जब चालक ने शुल्क देने से मना किया, तो कर्मचारियों ने उसे बुरी तरह से पीटा, जिससे चालक को गंभीर चोटें आईं है। AITWA ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री मोहन यादव से इस मामले में हस्तक्षेप करने और ड्राइवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है।
अखिल भारतीय ट्रांसपोर्टर वेलफेयर एसोसिएशन ने मध्य प्रदेश की सीमाओं पर ट्रक ड्राइवरों के साथ हो रही बदसलूकी, मारपीट और अवैध वसूली की घटनाओं को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में संगठन ने इस मुद्दे पर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है। ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने इन घटनाओं को ट्रांसपोर्ट उद्योग की गरिमा और सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती बताया है। इस पत्र में एसोसिएशन ने कहा कि ऐसी हिंसक घटनाएं और अनुचित व्यवहार न केवल ड्राइवर के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाती हैं, बल्कि माल की आवाजाही और उद्योग की कार्य प्रणाली पर भी नकारात्मक प्रभाव डालते हैं।
संगठन के द्वारा लिखे गए इस पत्र में घटना की पूरी जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले में घबराए चालक ने हनुमना पुलिस स्टेशन जाकर उप निरीक्षक से मदद मांगी। लेकिन पुलिस के घटनास्थल पर पहुंचने और जांच करने की कोशिश के बावजूद आरटीओ कर्मचारियों ने कोई सहयोग नहीं किया। उन्होंने पुलिस के सामने ही ट्रक चालक को गालियां दी और धमकाया।
अब सवाल तो यह भी उठता है कि जब मध्य प्रदेश सरकार ने आरटीओ चेक पोस्ट बंद किए हुए हैं, फिर भी अवैध बसूली क्यों नहीं रुक पा रही है? आखिर किसकी शह पर करप्शन किया जा रहा है, ड्राइवर्स को डराया धमकाया जा रहा है?